जून मास के व्रत, पर्व व त्यौहार :
शीतलाष्टमी : 1 जून, एकादशी
व्रत : 4 जून, प्रदोष व्रत : 5 जून, मास
शिवरात्री : 6 जून, वट सावित्री व्रत, अमावस्या, शनि जयंति : 8 जून, तीज
व्रत : 11 जून, गणेश चतुर्थी : 12 जून, दुर्गाष्टमी, शीतलाष्टमी : 17 जून, श्री गंगा दशहरा
: 18 जून, निर्जला एकादशी (स्र्मात), मेला खाटू श्याम जी : 19 जून, एकादशी
व्रत (वैष्णव) : 20 जून, प्रदौष व्रत : 21 जून, पूर्णिमा
व्रत : 22 जून, स्नानादि पूर्णिमा (पर्व): 23 जून, संकष्टी
गणेश चतुर्थी व्रत : 26 जून।
मासिक राशिफल माह जून 2013
1- मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ ।
इस माह व्यावसायिक मामलों में मनोनुकूल
सफलता नही मिल पायेगी। नवीन मित्रों का आगमन होगा। शत्रु पक्ष से हानि होगी।
राजकीय कार्यों में भय की स्तिथिया आयेंगी। माह में अनावश्यक व्यय की अधिकता
रहेगी। भौतिक सुख सुविधाओ पर व्यय होगा। यात्राओं की अधिकता रहेगी। संतान पक्ष से
सुख मिलेगा। मास में गुस्से की अधिकता रहेगी। घरेलू विवाद की स्तिथिया आयेंगी।
उत्तरार्ध में आजीविका क्षेत्र में मनोनुकूल सुधार होगा। समाज में मान सम्मान
बढ़ेगा। आजीविका क्षेत्र में कुछ नया परीक्षण करेंगे। कुल मिलाकर धन की आवक अच्छी
रहेगी। दवाइयों पर व्यय बढ़ेगा। गुप्तांग एलर्जी, अपच, अजीर्ण
की स्तिथिया आयेंगी। माता का स्वास्थ्य ठीक रहेगा किंतु जीवन साथी के स्वास्थ्य के
कारण चिंतित रहेंगे। जून माह की 5,
7, 16, 23 एवम 25 तारीखे नेष्ट फलदायक है, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की
अराधना करें एवम नित्य ''ऊँ
गं गणपतये नम:" का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
2- वृषभ (Taurus) उ, ई, ऐ, ओ, बा, बी, बे, बो ।
इस माह मांगलिक कार्यो या धार्मिक
कार्यो पर व्यय अधिक होगा। विधार्थी वर्ग को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी।
पारिवारिक सहयोग बढ़ेगा। व्यापारिक कार्यो में आशातीत सफलता नहीं मिलेगी। नित्य
कार्यो में शिथिलता रहेगी। राजकीय कार्यो में सफलता मिलेगी। मास में किये गये
असाधारण प्रयास कार्योन्नति में भविष्य में लाभप्रद होंगे। उत्तरार्ध में उच्च वर्ग से सम्पर्क होगा। सामाजिक मान
सम्मान बढ़ेगा। बड़ी यात्रा संभव। स्वजनो का आशा से अधिक सहयोग मिलेगा। किसी
पुराने विवाद को सुलझाने में सफलता मिलेगी। कानूनी मामलों में विजय मिलेगी। पूर्व
में की गयी लापरवाही का आपको बड़ा मलाल रहेगा, क्योंकि इस कारण आपको इस समय बड़ी हानि होगी। मन में उदासी का भाव
रहेगा। ऋण प्रबन्धन की आवश्यकता पड़ेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह माह कष्टप्रद रहेगा। इन्फैक्शन, वायरल आदि से सावधानी रखनी चाहिए। जून
माह की 1, 11, 13, 20 एवम 21 तारीखे नेष्ट फलदायक है, अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य विष्णु भगवान की अराधना करें एवम ''ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय" का जप
करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
3- मिथुन (Gemini) क, की, कू, घ, ड, छ, के, को, हा ।
इस माह संतान पक्ष से सुखद समाचार
मिलेगा। भूमि-भवन से लाभ होगा। अत्यधिक कार्य व्यस्तता रहेगी। यदि आप बेरोजगार है
तो इस माह मे रोजगार के अवसर आयेंगे। भौतिक संसाधनों की वृद्धि होगी। किन्ही
कारणवश मानसिक अशांति एवं पारिवारिक क्लेश की भी स्तिथिया आयेंगी। शत्रु पक्ष हानि
पहुँचाने का प्रयास करेगा। यह माह आपकी परख का भी होगा। निकटतम लोगो से वांछित
सहयोग मिलेगा। साझेदारी कार्यो में लाभ होगा। नवीन कार्य व्यवसाय स्थापित करेंगे।
उत्तरार्ध में आपको वांछित परिणाम दिखेगे।
ऋण प्रबन्धन की भी स्तिथियाँ आयेंगी। यात्राओं की अधिकता रहेगी। जमा पूंजी में
वृद्धि होगी। निवेश लाभप्रद रहेगा। धार्मिक क्रिया कलापों में भी वृद्धि होगी।
जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहेंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह माह
ठीक-ठाक जायेगा। दवाओ पर व्यय में कमी आयेगी। उच्चाधिकारियों, वरिष्ठजनों का सहयोग मिलेगा। राजकीय
कार्यो में सफलता मिलेगी। जून माह की 4, 6, 15, 22 एवम 27 तारीखे नेष्ट फलदायक है, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की
अराधना करें एवम नित्य ''ऊँ
गं गणपतये नम:" का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
4- कर्क (Cancer) ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो ।
इस माह पारिवारिक सांमजस्य में कमी
आयेगी। उच्चाधिकारियों से सहयोग मिलेगा। कार्य क्षेत्र में उत्साह में वृद्धि
होगी। व्यर्थ में विवाद की स्तिथियाँ उत्पन्न होगी। मित्र वर्ग के पास सहयोग हेतु
जायेंगे। राजकीय पक्ष से लाभ होगा। शत्रु पक्ष की प्रबलता दिखेगी। आय के नवीन
स्त्रोत बनेंगे। घरेलू परेशानियाँ मास पर्यत्न परेशान करेंगी। व्यावसायिक कार्यो
में गति आयेगी। आप सफलता हेतु अथक प्रयास भी करेगे। या़त्रा में सावधानी रखे।
खर्चीली व्यावसायिक यात्रा होगी। अनावश्यक समस्याओ के कारण अपने लक्ष्य से भटक
जायेंगे। एकाग्रता भंग होगी। मित्रवर्ग के कारण भी कुछ वातावरण दूषित होगा।
व्यावसायिक दृष्टि से कुछ नया करने की आवश्यकता पड़ेगी। मासांत में कही जाकर कुछ
परिस्थितियाँ अनुकूल होंगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह माह कुछ प्रतिकूल जायेगा। उच्चाटन, मानसिक अशांति, उदर विकार के कारण पीडि़त रहेंगे। जून
माह की 2, 9, 11, 20 एवम 28 तारीखे नेष्ट फलदायक है अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य
शिवजी की अराधना करें एवम ''ऊँ
नम: शिवाय” का जप करें।
शुभप्रद परिणाम प्राप्त होगे।
5- सिंह (Leo) मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे ।
इस माह व्यापारिक गतिविधियाँ मध्यम
रहेंगी। यदि आप बेरोजगार हैं तो रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे। भाग्य में वृद्धि
होगी। विदेश यात्रा के योग बनेगे। पारिवारिक दायित्वो में वृद्धि होगी। आप आशा से
अधिक प्राप्ति की इच्छा रखेंगे। आपके उत्साहवर्धन हेतु आपके मित्र आगे आयेंगे।
स्वर्ण-चाँदी आदि में किया गया निवेश लाभकारी होगा। जमापूंजी में वृद्धि होगी। मन
में अनजाने भय के कारण कार्य व्यवसाय प्रभावित होगा। उत्तरार्द्ध में मित्रवर्ग
में कुछ वातावरण दूषित होगा। आपको मिल जुल कर कार्य करने की आवश्यकता है। संतान
पक्ष से सुखद समाचार मिलेगा। भागीदारी कार्य लाभप्रद सिद्ध होगा। यदा-कदा जीवन
साथी से वाद-विवाद की स्तिथियाँ आयेंगी। राजकीय कार्यो में लाभ होगा। छोटी-छोटी
यात्रायें होंगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से स्तिथियाँ सामान्य रहेंगी। मासांत में
कार्य सम्पादन की गति धीमी रहेगी। जून माह की 15, 17, 25, 26 एवम 27 तारीखें नेष्ट फलदायक है, अत: सावधान रहना चाहिए। आप सूर्य की
अराधना करें एवम ''ऊँ
घृणि: सूर्याय नम:” का
जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
6- कन्या (Virgo) टो, पा, पी,पू, ष, ण, ठ, पे, पो।
इस माह व्यापारिक कार्य साधारण चलेगा।
नवीन गृह निर्माण का भी योग बन रहा है। भूमि-भवन का लाभ होगा। नये वाहन क्रय का भी
विचार आयेगा। धन प्राप्ति के अच्छे योग निर्मित होगे। व्यर्थ वाद-विवाद से बचना
चाहिए। समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। सामाजिक सेवा हेतु आप पुरुष्कृत भी किये
जायेंगे। जीवन साथी से अनावश्यक वाद-विवाद की स्तिथियाँ आयेंगी। विधार्थी वर्ग को
प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता मिलेगी। यह माह आपके व्यक्तित्व निर्माण हेतु उत्तम
कहा जा सकता है। आपकी ख्याती बढ़ेगी। व्यवसाय में आप नवीन प्रयोग करेंगे, जो सफल भी होंगे। आपका विशेष कौशल आपको
सफलता की ऊचार्इयाँ देगा। प्रथमार्ध जहाँ साधारण था वही उत्तरार्ध शानदार जायेगा। अतिरिक्त
उत्तरदायित्व भी आपके पास आयेगा। मास पर्यत्न उत्साह वर्धन से स्वास्थ्य ठीक
रहेगा। जून माह की 3, 11, 13, 21, 23
एवम 30 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं,
अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शनि की अराधना करें एवम नित्य ''ऊँ शं शैन्नेश्चराय नम:” का
जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
7- तुला (Libra) रा, री, रू, रे, ता, ती, तू, ते ।
इस माह व्यापारिक कार्यो में शिथिलता
देखने को मिलेगी। मानसिक अशांति का आभास होगा। शत्रु पक्ष बार-बार हानि पहुँचाने
की चेष्टा करेगा। धार्मिक कार्यो में व्यय होगा। संतान के संबंध में शंका, चिंता दूर होगी। कर्इ बार अकारण धन
हानि का सामना करना पड़ेगा। यह माह आपके लिए व्यापारिक परिवर्तन भी लेकर आयेगा। प्रथमार्ध
की अपेक्षा उत्तरार्द्ध कुछ ठीक जायेगा
जबकि मासांत में अतिरिक्त सुधार की आशा की जा सकती है। पैतृक सम्पत्ति से लाभ
होगा। वाहन चलाने में सावधानी रखें। अचानक यात्रायें होंगी। राजकीय कार्यो में
बाधायें आयेंगी। व्यावसायिक मामलों में आपको तेज गति से निर्णय लेने होंगे। आपको
व्यवसायिक क्षेत्र में वृह्द रुप में कार्यशैली में परिवर्तन की आवश्यकता है।
मासांत में हर कार्य आसान सा महसूस होगा। पारिवारिक स्तिथि सामान्यत: अच्छी रहेगी।
नये सम्पर्क बनेंगे। यह माह आपको समाज में प्रतिष्ठा भी दिलायेगा। अत्यधिक भाग
दौड़ से स्वास्थ्य प्रभावित होगा। जून माह की 1, 8, 10, 19, 20 एवम 27 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शनि की अराधना करें एवम नित्य ''ऊँ शं शैन्नेश्चराय नम:” का
जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
8- वृश्चिक (Scorpio) तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू ।
इस माह कार्य क्षेत्र में प्रगति होगी।
मित्रवर्ग का वांछित सहयोग मिलेगा। नवीन कार्यो में मित्रवर्ग के अनुभवो की प्राप्ति
से कार्य सफलता बढ़ेगी। पारिवारिक आमोद-प्रमोद बढ़ेगा। समाज में सम्मान प्राप्त
होगा, प्रतिष्ठा
बढ़ेगी। वाहन प्राप्ति का भी योग बन रहा हैं। भूमि-भवन के क्रय-विक्रय में सावधानी
अपेक्षित है। विरोधी सक्रिय रहेंगे किंतु बिगाड़ कुछ नही पायेंगे। धार्मिक यात्रा
का योग बनेगा। भाग्य आपका साथ देगा। प्रथमार्ध में जहाँ आपको शक्ति परीक्षण से
गुजरना होगा वहीं उत्तरार्द्ध में मासांत
तक परिस्थितियां सार्थक दिखेंगी। नवीन व्यवसाय के प्रस्ताव प्राप्त होंगे। इस माह
व्यावसायिक मामलों में मनोनुकूल सफलता मिलेगी। पूरे मास में छोटी-बड़ी यात्राओं की
अधिकता रहेंगी। यदि आप नौकरी करते है तो उच्चाधिकारियों की अनुकम्पा होगी। उच्चाटन, मानसिक तनाव, पित्त विकार एवम चर्म रोग संबंधी छोटी
मोटी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ होंगी। जून माह की 15, 24, 25 एवम 29 तारीखे नेष्ट फलदायक है अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य
शिवजी की अराधना करें एवम ''ऊँ
नम: शिवाय” का जप करें।
शुभप्रद परिणाम प्राप्त होगे।
9- धनु (Sagittarius) ये, यो, भ, भी, भू, धा, फा, ढा, भे ।
इस माह परिश्रम की अधिकता एवम फल प्राप्ति
कम होगी। मास में अनावश्यक यात्राऐं होंगी जिनमें मात्र फिजूल खर्ची ही होगी।
मांगलिक कार्यो में व्यय होगा। परिवार एवं मित्रवर्ग से वांछित सहयोग मिलेगा।
जल्दबाजी में किया गया निर्णय कष्टप्रद होगा। कहीं से अशुभ सूचना की प्राप्ति होगी।
वाहन चलाने में सावधानी रखनी चाहिए। इस माह आप कार्य सफलता हेतु असाधारण कोशिश
करेंगे जिसकी कि स्वयं भी आपने कल्पना न की होगी। विगत में चल रही आर्थिक स्थितियों
में राहत मिलेगी। विभिन्न स्थानों से आपको वांछित सहयोग मिलेगा। खासकर बुजुर्गो का
सहयोग अत्यंत कारगर होगा। पूर्वार्ध जहाँ अच्छा जायेंगा, वहीं उत्तरार्द्ध में कुछ गतिरोध
आयेंगे। पुन: मासांत में स्तिथियाँ अनुकूल होगी। मासांत में घर-परिवार में कुछ परिस्थितियां
प्रतिकूल रहेंगी। व्यावसायिक स्पर्धा आपके पक्ष में जायेगी। जून माह की 1, 12, 13, 19
एवम 22 तारीखे नेष्ट फलदायक है,
अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवम नित्य ''ऊँ गं गणपतये नम:” का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त
होंगे।
10- मकर (Capricorn) भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी ।
इस माह बारम्बार आर्थिक लाभ की स्थितियाँ
उत्पन्न होंगी। राजकीय कार्यों में लाभ होगा। मास पर्यत्न व्यय की अधिकता रहेगी।
कहीं से शुभ समाचार प्राप्त होगा। संतान पक्ष से सुखद परिणाम मिलेंगे। यदि आप
नौकरी में हैं तो उच्चाधिकारियों का वांछित सहयोग मिलेगा। इस माह आप अच्छे कार्य
करने उपरांत भी दबाव में होंगे। कर्इ बार अनिर्णय की स्तिथिया आयेंगी। सहयोगियों
से काम लेने में मुश्किलें आयेंगी। लोकप्रियता हेतु आप बहुत कुछ करेंगे किंतु
आंशिक सफलता मिलेगी। उत्तरार्द्ध में कार्य सम्पन्नता की गति धीमी पड़ जायेगी। कुछ
बड़े व्यावसायिक निर्णय आपको टालने पड़ेगे। उतरार्ध में जहाँ आर्थिक लाभ की गति कम
होगी वही मासांत अच्छा जायेगा। रिश्तो में मधुरता बनी रहेगी। माता के स्वास्थ्य के
कारण चिंतित होंगे। स्वास्थ्य नरम रहेगा। व्यावसायिक अव्यवस्था के कारण मानसिक
तनाव भी रहेगा। जून माह की 7, 8, 17, 24 एवम 25 तारीखे नेष्ट फलदायक है, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवम नित्य ''ऊँ गं गणपतये नम:” का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त
होंगे।
11- कुंभ (Aquarius) गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा ।
इस माह आपका सामाजिक मान-सम्मान
बढ़ेगा। समाज मे किसी कार्य विशेष हेतु आपको सम्मानित किया जायेगा। उच्चाधिकारियों
अथवा नामी हस्तियों से मिलना होगा। शत्रु पक्ष द्वारा कर्इ बार हानि पहुँचाने की
चेष्टा की जायेगी, किंतु कुछ भी नहीं किया जा सकेगा। मित्रवर्ग से मनोनुकूल सहयोग
मिलेगा। मास में की गयी यात्रायें लाभदायक होंगी। साझेदारी कार्यो में वैमनस्य की स्तिथियाँ
आयेंगी। कानूनी समस्याओं का समाधान मिलेगा। कोर्ट-कचहरी में विजय मिलेंगी। यदि आप
संतान प्राप्ति की इच्छा रखते है तो सफलता मिलेगी। विधार्थी वर्ग को शिक्षा प्रतियोगिता
के क्षेत्र में मनोनुकूल सफलता मिलेगी। यह मास आपको बहुत अवसर देने वाला भी साबित
होगा। संशाधनो की कही भी कोर्इ कमी महसूस नहीं होंगी। सामाजिक मान-सम्मान, प्रतिष्ठा से जनसम्पर्क भी बढ़ेगा।
व्यावसायिक रुप से यह महीना श्रेष्ठ कहा जा सकता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से छोटी-मोटी
तकलीफें रहेंगी। जीवन साथी के स्वास्थ्य के कारण भी चिंतित रहेंगे। जून माह की 1, 3, 12, 14
एवम 21 तारीखे नेष्ट फलदायक है,
अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य विष्णु भगवान की अराधना करें एवम ''ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त
होंगे।
12- मीन (Pisces) दी, दू, थ, झ, दे, दो, चा, ची ।
इस माह संतान पक्ष से बड़ा लाभ या खुशी
का समाचार मिलेगा। यदि आप बेरोजगार हैं तो रोजगार सृजन के अवसर आयेंगे। धार्मिक
यात्राऐं होंगी। भूमि-भवन के कारण हानि सम्भव। वाहन चलाने में सावधानी रखें। वाहन
के क्रय अथवा विक्रय में लाभ होगा। शत्रु पक्ष चाहकर भी हानि नहीं पहुँचा पायेंगा।
किंतु शत्रु वृद्धि होगी। धन हानि भी हो सकती है। आपको सूझ बूझ कर निर्णय लेना
चाहिए। नजदीकी लोगो से अनुमान से अधिक मदद मिलेगी। व्यवसाय में बड़ी संस्थाओं अथवा
उच्चाधिकारियों की मदद मिलेगी। मास में आप कार्य को परिणति तक पहुचायेंगे।
भूमि-भवन संबंधी मामलो में गतिविधियाँ बढ़ जायेगी। किसी पुराने मित्र के माध्यम से
व्यावसायिक गतिविधियों में माकूल सुधार आयेगा। माता-पिता के स्वास्थ्य के कारण
चिंता होगी। उदर विकार, पाचन
तंत्र या गैस संबंधी बिमारी परेशान करेंगी। जून माह की 8, 10, 18, 20
एवम 27 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं,
अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शनि की अराधना करें एवम नित्य ''ऊँ शं शैन्नेश्चराय नम:” का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त
होंगे।
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