Wednesday 5 March 2014

Monthly Forecast - Rashifal March 2014




मासिक राशिफल माह मार्च 2014 एवं मास के व्रत, पर्व एवम त्यौहार:

पं. उमेश चन्द्र पंत, पवित्र ज्योतिष केंद्र , वेब साइट: www.pavitrajyotish.com  
र्इ मेल : pavitrajyotish@gmail.com ,   फोन : +91-9582192381, +91-11-26496501

मार्च मास के व्रत, पर्व एवम त्यौहार:

1 मार्च : स्नान दान-श्राद्ध अमावस्या, 2 मार्च : रामकृष्ण परमहंस जयंती, 4 मार्च : वैनायकी गणेश चतुर्थी,  8 मार्च : कामदा सप्तमी व्रत,  9 मार्च : होलाष्टक प्रारम्भ,  12 मार्च : आमलकी एकादशी,  14 मार्च : प्रदोष व्रत16 मार्च : स्नान-व्रत पूर्णिमा, होलिका दहन,  17 मार्च : होली (छरड़ी, धुलैण्डी),  20 मार्च : संकष्टी गणेश चर्तुर्थी,  23 मार्च : शीतला सप्तमी,  24 मार्च : शीतलाष्टमी,  27 मार्च : एकादशी व्रत,  28 मार्च : प्रदोष व्रत,  29 मार्च : मास शिवरात्री व्रत30 मार्च : स्नान-दान-श्राद्ध अमावस्या,  31 मार्च : वासंतीय नवरात्र प्रारम्भ, हिन्दू नववर्ष विक्रम सम्वत 2071 प्रारम्भ (कीलक नाम संवत्सर)।

जिज्ञाशु ज्योतिष प्रेमियों के लिए - कैसे जाने अपना राशिफल

यह मासिक कुण्डली पूर्वानुमान मार्च 2014 वैदिक विश्लेषण चन्द्र  राशि आधारित राशिफल है। वैदिक ज्योतिष में चन्द्रमा को अत्यन्त महत्ता दी गयी है। “ चन्द्रमा मनसो जात:” ज्योतिष में चन्द्रमा को मन का कारक माना गया है। चूंकि चन्द्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक ग्रह है। सभी ग्रहों का चुम्बकीय प्रभाव चन्द्रमा के माध्यम से ही पृथ्वी पृथ्वी पर पहुँचता है। मस्तिष्क का नेतृत्व भी चन्द्रमा के द्वारा ही किया जाता है। इन्ही कारणो से भारतीय वैदिक ज्योतिष में चन्द्र राशि को अत्यंत महत्ता दी गयी है। यदि विंशोतरी दशा शुभ चल रही हो तो शुभ प्रभावों में वृद्धि हो जायेगी, अन्यथा यह क्रम विपरीत होगा। आपके जन्म समय चन्द्रमा जिस राशि में थे, वही आपकी राशि कहलायेगी, अत: दिये गये बारह राशियों के राशिफल को तदनुरुप ही अपने लिए माने। प्रत्येक राशि के साथ आपका प्रारंभिक नाम जन्माक्षर दिया जा रहा है अत: जन्माक्षर अनुसार ही अपना राशिफल पढ़े। सम्पूर्ण शुभकामनाओं सहित।

मासिक राशिफल माह मार्च 2014:

1- मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ ।
इस माह कार्य व्यवसाय की स्तिथिया सामान्य रहेंगी। विधार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता मिलेगी। मार्च मास घटना प्रधान रहेगा। सब कुछ अच्छा होते हुए भी अज्ञात भय बना रहेगा। मित्रों का आगमन होगा। संतान से शुभ समाचार मिलेगा। प्रथमार्ध जहां तनावपूर्ण होगा वही उत्तरार्द्ध अच्छा जायेगा। अच्छी आय होने पर भी धन की कमी बनी रहेगी। आंतो के इंफेक्शन या नाभि प्रदेश के आस पास परेशानियाँ होंगी। ऋण लेना पड़ेगा। मास मार्च की 7, 9, 19, 27 एवं 29 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवं  “ ऊँ गं गणपतये नम: ” का नित्य जप करे।

2- वृषभ (Taurus) उ, , , , बा, बी, बे, बो ।
इस माह सामाजिक मान सम्मान में वृद्धि एवं कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी। धन की आवक बढ़ेगी। यह माह बड़ा परिवर्तन वाला सिद्व होगा। ऋण लेने की स्थितियाँ भी उत्पन्न होंगी। व्यावसायिक क्षेत्र में कठिनाइयाँ आयेंगी। साझेदारी कार्यो में हानि सम्भव। भूमि-भवन का लाभ होगा। तीर्थ यात्रा सम्भव। स्वास्थ्य के संबंध में सावधानियाँ बरतें। व्यय की अधिकता के कारण भी परेशानियाँ होंगी। मार्च मास की 4, 5, 15, 22 एवं 23 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप विष्णु भगवान की अराधना करें एवं “ ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय ” का नित्य जप करें।

3- मिथुन (Gemini), की, कू, , , , के, को, हा ।
इस माह में घटनाओं की अधिकता रहेंगी। नवीन कार्य प्रारम्भ होंगे। इस माह कार्य क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन होना भी सम्भव है। स्थानांतरण का योग। उत्तरार्द्ध में अकारण ही पारिवारिक विवाद उत्पन्न होंगे। विधार्थियों को शैक्षिक प्रतियोगिताओं में लाभ होगा। किसी नये उपकरण की खरीदारी करेंगे। राजकीय कार्यो में लाभ होगा। कार्य क्षेत्र में विस्तार अथवा शुभ समाचार मिलेगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से कठिन समय है। मार्च मास की 7, 17, 24 एवं 26 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवं “ ऊँ गं गणपतये नम: ” का नित्य जप करे।

4- कर्क (Cancer) ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो ।
इस माह खुशखबरी की प्राप्ति होगी। यह माह कर्इ मायनो में महत्वपूर्ण सिद्व होगा। मित्र वर्ग से सहयोग मिलेगा। संतान के कारण चिंता होगी। खासकर स्त्री वर्ग से लाभ की आशा। न्यायालयी कार्यो में विजय प्राप्त होगी। भूमि संबंधी कार्यो में विजय मिलेगी। मासांत में जटिल परिस्थितिया आने के बावजूद आप स्थितियों को काबू पा जायेंगे। परिस्थितियों में आश्चर्यजनक परिवर्तन दिखेगा। माता के स्वास्थ के कारण चिन्तित रहेंगे। मार्च मास की 3, 11, 13, 20 एवं 27 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप शिवजी का अराधना करें एवम “ ऊँ नम: शिवाय ” का नित्य जप करें।

5- सिंह (Leo) मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे ।
इस माह स्त्री वर्ग से सम्पर्क लाभकारी सिद्ध होगा। मन में चिंतायें बनी रहेंगी। चोरी का भय रहेगा। मांगलिक कार्यो पर व्यय होगा। यदि आप अविवाहित हैं तो रिश्ते भी आयेंगे। नवीन कार्य का प्रारम्भ होगा। व्यावसायिक मामलो मे तेजी आयेगी। साझेदारी कार्यों से सावधान रहें। लम्बी यात्राएं लाभप्रद होंगी। अचानक कहीं से बड़ी प्राप्ति हो सकती है। कुल मिलाकर माह संघर्षपूर्ण रहेगा। स्वास्थ की दृष्टि से यह माह अच्छा जायेगा। मार्च मास की 1, 7, 10, 19 एवं 27 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवं “  ऊँ गं गणपतये नम: ” का नित्य जप करे।

6- कन्या (Virgo) टो, पा, पी,पू, , , , पे, पो।
इस माह मांगलिक कार्यो पर व्यय होगा। लोगो से सम्पर्क बढ़ेगा। कार्य क्षेत्र में वृद्धि होगी। राजकीय कार्यो में सफलता मिलेगी। उच्चाधिकारियों का सहयोग व सान्निध्य मिलेगा। यदि बेरोजगार है तो रोजगार प्राप्ति के अवसर प्राप्त होंगे। मित्र वर्ग का मार्गदर्शन आपके लिए आगे चलकर लाभदायक सिद्ध होगा। कुल मिलाकर माह में लाभ की स्तिथिया निरंतर बनी रहेगी। नवीन कार्य व्यवसाय भी प्रारम्भ होना सम्भव। स्वास्थ सामान्यत: ठीक रहेगा किंतु खानपान का ध्यान रखें। मार्च मास की 5, 14, 24 एवं 25 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप विष्णु भगवान की अराधना करें एवं “ ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय ” का नित्य जप करें।

7- तुला (Libra) रा, री, रू, रे, ता, ती, तू, ते ।
इस माह व्यावसायिक कार्यो में अवरोध उत्पन्न होंगे। जिस कारण मन में खिन्नता का भाव रहेगा। उत्तरार्द्ध में जाकर समस्याओ का समाधान भी होगा। आर्थिक तंगी के कारण परेशान रहेंगे। लोकप्रियता सामाजिक मान सम्मान मे कमी आयेगी। वाहन चलाने मे सावधानी बरतें। मासांत में समस्याओं का समाधान भी निकलने लगेगा। आय-व्यय का संतुलन बिगड़ेगा। निकट सहयोगी के कारण भी परेशानी होगी। बुखार, इंफेक्शन आदि के रोग परेशान करेंगे। मार्च मास की 10, 20, 22 एवं 29  तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवं “  ऊँ गं गणपतये नम: ” का नित्य जप करे।

8- वृश्चिक (Scorpio) तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू ।
इस माह व्यावसायिक क्षेत्र में लाभ की स्तिथिया आयेंगी। विदेश यात्रा योग। आय की अपेक्षा व्यय अधिक होगा। राजनैतिक लोगो से सम्पर्क बढ़ेगा। किसी अज्ञात भय के कारण परेशान रहेंगे। इस माह आपका अधिकांश समय आय वृद्धि पर केन्द्रित होगा। यात्राओं की अधिकता बढ़ेगी। व्यावसायिक यात्राएं लाभप्रद होंगी। भूमि भवन का लाभ होगा। इस माह व्यावसायिक एवं आर्थिक समस्याओं का समाधान भी मिलेगा। भागीदारी कार्यो में लाभ होगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे। एलर्जी, चर्म एवं पित्त प्रकृति के रोग परेशान करेंगे। मार्च मास की 7, 9, 18, 26 एवं 28 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप शिवजी का अराधना करें एवम “ ऊँ नम: शिवाय ” का नित्य जप करें।

9- धनु ( Sagittarius) ये, यो, , भी, भू, धा, फा, ढा, भे ।
इस माह जीवन का बड़ा परिवर्तन आपको देखने को मिलेगा। एक तरफ जहाँ व्यावसायिक लाभ अच्छे होंगे वहीं पारिवारिक विवाद चरम पर होंगे। परिवार में मांगलिक कार्य होंगे। पद-प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा। इस माह आपको अत्यंत सावधानी बरतने की आवश्यकता है, खासकर पारिवारिक मामलों में अन्यथा बड़ी हानि सम्भव। कार्य क्षेत्र में आपकी एकाग्रता उच्च कोटि की होगी। जिद्दीपन के कारण परेशानियाँ जन्म लेती हैं, अत: ध्यान रखें। यदि आप नौकरी करते हैं तो उच्चाधिकारियों से विवाद सम्भव। स्वास्थ्य सामान्यत: ठीक रहेगा। मार्च मास की 4, 5, 13, 21 एवं 23 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप विष्णु भगवान की अराधना करें एवं “ ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय ” का नित्य जप करें।

10- मकर (Capricorn) भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी ।
इस माह कार्य व्यवसाय में लाभ की स्थितिया निरंतर बनी रहेंगी। धार्मिक कार्यो में व्यय होगा। नवीन कार्य योजना का प्रारम्भ होगा। स्त्री सुख में वृद्धि होगी। जीवन संगिनि का सहयोग व सान्निध्य मिलेगा। मास कुछ-कुछ शुरुआती परेशानी देगा किंतु तदुपरांत सिथतियाँ सामान्य रहेंगी। आय के नये स्त्रोत विकसित होंगे। मित्र वर्ग में अनावश्यक विवाद भी उत्पन्न होंगे। संतान पक्ष से सुखद समाचार मिलेगा। कुल मिलाकर मास पर्यत्न लाभ की सिथतियाँ बनी रहेंगी। मित्रवर्ग अथवा सलाहकारों की सलाह न मानने के कारण हानि होगी। रक्त चाप, रक्त  विकार आदि रोगो के कारण स्वास्थ्य प्रभावित होगा। मार्च मास की 8, 11, 19 एवं 28 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवं   “ ऊँ गं गणपतये नम: ” का नित्य जप करे।

11- कुंभ ( Aquarius) गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा ।
इस माह कार्य व्यवसाय में वृद्धि होगी। धन की स्तिथि अच्छी रहेगी। चिड़चिड़ापन रहेगा। मन में चिंता बनी रहेंगी। भूमि भवन का लाभ होगा। भवन निर्माण की योजना बनेगी। यात्राओं में कष्ट होगा। उच्चाधिकारियों की अनुकम्पा प्राप्त होगी। मित्रवर्ग से सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता से प्रेरित होकर कार्य न करें अन्यथा हानि सम्भव। उत्तरार्ध में कार्यक्षेत्र में बड़े परिवर्तन की योजना आपके मन में रहेंगी। मासांत में वह फलीभूत भी होंगी। भाग दौड़ की अधिकता रहेगी। कुल मिलाकर इस माह कार्य क्षेत्र में एक अच्छी शुरुआत हो सकती है। स्वास्थ्य सामान्यत: ठीक रहेगा। मार्च मास की 9, 11, 18, 20 एवं 28 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप विष्णु भगवान की अराधना करें एवं “ ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय ” का नित्य जप करें।

12- मीन (Pisces) दी, दू, , , दे, दो, चा, ची ।
इस माह कार्य व्यवसाय में स्तिथिया कठिन रहेंगी।  कठिन समय होने के कारण परिस्थितियाँ भिन्न होने लगेगी। कुल मिलाकर यह माह घटना प्रधान रहेगा। भ्रम की स्थितियाँ बनी रहेंगी। उत्तरार्ध में कार्य क्षेत्र में अच्छे संकेत दिखेंगे। संतान के कारण कष्ट होगा। नजदीकी रिश्तों में अनावश्यक कड़वाहट आयेगी। धर्म-कर्म में रूचि बढ़ेगी। मासांत में नवीन कार्य प्रारम्भ होगा। सामाजिक मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शत्रु पक्ष के कारण चिन्तित रहेंगे। व्यवसायिक क्षेत्र में नये प्रयोग आंशिक सफल होंगे। साझेदारी मामलों में समस्याये आयेंगी। स्वास्थ्य नरम रहेगा। उदर रोग सम्भव। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य के कारण चिन्तित भी रहेंगे। मार्च मास की 2, 12, 20 एवं 22 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप शिवजी का अराधना करें एवम “ ऊँ नम: शिवाय ” का नित्य जप करें।

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पंडित उमेश चन्द्र पन्त

Phone: +91-11-26496501
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